खेड़ा देवी माताजी का मंदिर, मालेला, राजसमंद, राजस्थान (Kheda Devi Mataji, Mandir Molela, Rajsamand, Rajasthan)
राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित मोलेला गांव टेराकोटा कला के लिए प्रसिद्ध है। यह गांव पहाड़ी पर स्थित 650 वर्ष से भी ज्यादा प्राचीन देवी मंदिर की वजह से भी जाना जाता है। यह मंदिर है पुराना खेड़ा देवी माता का मंदिर।
्रमंदिर करीब 200 फीट ऊंचाई पर बना है और 25 बीघा क्षेत्र में फैला है। इस मंदिर में चामुंडा माता की प्रतिमा की पूजा अर्चना होती है। पहाड़ी पर स्थित मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 120 सीढिय़ां है। चैत्र और अश्विन मास नवरात्रि के मौके पर मुंबई, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में रहने वाले क्षेत्र के प्रवासी दर्शन करने आते हैं। हरियाली के बीच पहाड़ी पर विराजित मां खेड़ा देवी का मंदिर आकर्षक लगता है।
मंदिर की नहीं छत
भक्त मन्नत पूरी होने पर मंदिर में त्रिशूल चढ़ाते है। कई भक्त मन्नत पूरी होने पर अपने शरीर के बराबर वजन का त्रिशूल भी चढ़ाते हैं। मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए तो कई सुविधाएं है। लेकिन माताजी आज भी बैर के पेड़ के नीचे खुले में विराजे हैं। मंदिर पर छत नहीं है।
जैन संत के आग्रह पर पशु बलि पर लगा दी रोक
जानकारी के अनुसार, पहले माता को पशु बलि दी जाती थी। मोलेला गांव में 2004 में चातुर्मास कर रहे श्रमण संघीय महामंत्री सौभाग्य मुनि को नवरात्रि पर माता के मंदिर में पशु की बलि देने की जानकारी मिली थी। तब उन्होंने गांव के लोगों से पशु बलि नहीं देने का आग्रह किया। वे खुद मंदिर पहुंचे थे। इसके बाद साल 2006 से नवरात्र सहित वर्ष भर होने वाले कार्यक्रमों में बलि पर रोक लग गई।
कैसे पहुंचे खेड़ा देवी माताजी का मंदिर, मालेला, राजसमंद, राजस्थान (How to Reach (Kheda Devi Mataji, Mandir Molela, Rajsamand, Rajasthan)
राजसमंद जिला मुख्यालय है और यह सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। नजदीकी हवाई अड्डा उदयपुर में है। यहां से निजी कार या राजस्थान रोडवेज की बस से राजसमंद और वहां से मालेला तक पहुंचा जा सकता है। उदयपुर मुख्यालय से राजसमंद की दूरी करीब 62 किमी है।
0 comments :
Post a Comment