सोनी जी की नसियां
सोनी जी की नसियां राजस्थान के अजमेर में स्थित है। इस नसियां का निर्माण वर्ष 1864 में शुरू किया गया था। यह नसियां जी दो भागे में विभाजित है। एक भाग में मन्दिर बना हुआ है।
नसियां जी के मूल मन्दिर में मूल प्रतिमा श्री 1008 ऋषभ देव भगवान की है तथा मन्दिर करौली के लाल पत्थर से बनाया गया है। इस मन्दिर को लाल मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है। मन्दिर जी में 82 फुट ऊंचा मानस्तम्भ भी बना हुआ है। मन्दिर के इस भाग में वर्तमान में केवल जैन धर्मावलंबियों को प्रवेश दिया जाता है।
दूसरा भाग, जिसके कारण यह नसियां प्रसिद्ध है, जिसमें भगवान आदिनाथ के गर्भ कल्याणक, जन्म कल्याणक,तप कल्याणक, केवल ज्ञानकल्याणक, मोक्ष कल्याणक को दर्शाया गया है। यह सभी स्वर्ण से बना हुआ है, जो कि बडा ही मनमोहक है। इस भाग की वास्तुकला अद्वितीय है। इस नसियां को हर व्यक्ति को जीवन में एक बार देखना ही चाहिये।
नसियां के इस भाग को देखने जाते समय आपको समय का विशेष ध्यान रखना चाहिये। यह भाग अभी वर्तमान में प्रातः 8.30 बजे से सायं 4.30 बजे तक ही खुलाता है। इस भाग को देखने में लगभग 30 मिनट का समय आपके पास होना चाहिये।
नसियां में आवास की व्यवस्था नहीं है परन्तु अजमेर एक बडा शहर है, जहां हर प्रकार के रूकने की व्यवस्था है तथा पास में ही जैन धर्म की अन्य नसियां हैं, जिनमें आवास की उचित व्यवस्था है।
यदि आप अजमेर शहर में एकान्त में रूकना चाहते है तो अजमेर शहर से लगभग 8 किमी दूरी पर ज्ञानोदय क्षेत्र नारेली है। यहां रूकने व जैन भोजन की बहुत अच्छी सुविधा है। ज्ञानोदय क्षेत्र नारेली जाने के लिये अपना साधन होना अच्छा है, परन्तु ज्ञानोदय क्षेत्र नारेली हाईवे के पास होने के कारण आपको साधन मिल जाते हैं। यह नसियां शहर के मध्य में होने के कारण रेलवे स्टेशन व बस स्टेण्ड से आसनी से यहां पहुंचने के साधन मिल जाते हैं।
मन्दिर में दर्शन का समय:प्रातः 8.30 बजे से सायं 4.30 बजे
Soni Ji Ki Nasiya Digambar Jain Mandir, Ajmer on Google Map
कैसे पहुंचें (How To Reach)अजमेर में सभी जगह से ।
सड़क: अजमेर 3 किमी0
रेलवे स्टेशन: अजमेर 2 किमी0

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