शक्ति स्वरूपा देवी की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र अश्विन शुक्ल प्रतिपदा शनिवार 17 अक्टूबर 2020 को शुरू होगा। माता के प्राचीन मंदिरों में विशेष अनुष्ठान करने से पूर्व साफ—सफाई सहित अन्य तैयारियां की जा रही हैं। इस वर्ष कोरोना की परिस्थितियों को देखते हुए आमेर स्थित शिला माता मंदिर नवरात्र में आम दर्शनार्थियों के लिए प्रवेश हेतु बंद रहेगा। छठ का मेला भी नहीं भरेगा। 500 साल में पहली बार आमेर महल स्थित शिला माता मंदिर को ट्रस्ट और पूर्व राजपरिवार के सदस्यों ने 31 अक्टूबर 2020 तक बंद रखने का फैसला किया है।
आमेर स्थित शिला माता मंदिर में घटस्थापना समय
आमेर स्थित शिला माता मंदिर में शनिवार को प्रतिपदा तिथि को घटस्थापना सुबह 7.05 बजे होगी। 23 अक्टूबर को निशा पूजन रात 10 बजे होगा। 24 अक्टूबर को शाम 4.30 बजे पूर्णाहुति होगी। 26 अक्टूबर को सुबह 10.30 बजे नवरात्रा उत्थापना होगी।
आमेर स्थित शिला माता मंदिर इसलिए है खास
आमेर स्थित शिला माता मंदिर का निर्माण राजा मानसिंह प्रथम ने 16वीं शताब्दी में करवाया था। यहां स्थापित माता की प्रतिमा पूर्वी बंगाल के जैसोर से लाई गई थी। चमकीले काले पत्थर से निर्मित इस अष्टभुजा प्रतिमा के उपरी भाग में मस्तक के उपर बाएं से दाएं गणेश, ब्रह्मा, शिव, विष्णु और सरस्वती की छोटे आकार की मूर्तियां उत्कीर्ण हैं। मंदिर का मुख्यद्वार चांदी का बना है।
अधिक जानकारी के लिए यह देखें—
शिला के रूप में मिली थी यह मूर्ति इसलिए कहलाती है शिला माता
कैसे पहुंचें (How To Reach)
आमेर जयपुर शहर से करीब 10 किलोमीटर दूरी पर है। यहां तक निजी साधन, बस या टैक्सी से पहुंचा जा सकता है। नजदीकी एयरपोर्ट सांगानेर है जो यहां से करीब 24 किलोमीटर दूर है। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन यहां से क्रमश: करीब 14 और 15 किलोमीटर है।

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