राजस्थान के अलवर जिले में अलवर से दिल्ली जाते समय तिजारा तहसील के ग्राम देहरा पर श्री 1008 चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मन्दिर स्थित है।
दिनांक 16.08.1956 को सडक को चौडा किये जाने हेतु की जा रही खुदाई के समय एक तलघर दिखाई दिया, इस तलघर में 12 इंच चौडी व 15 इंच उची जैन धर्म के 8 वें तीर्थीकंर भगवान श्री चन्द्रप्रभु की सफेद पद्मासन प्राचरीन प्रतिमा के दर्शन हुये । इस प्रतिमा को भव्य मन्दिर बनाकर प्रतिष्ठित किया गया ।
लोकमान्यतानुसार देहरा का सम्बन्ध महाभारत काल से है परन्तु इसके बाद हुये आक्रमणों के कारण प्रतिमा को भूमिगत कर दिया जाना प्रतित होता है ।
वर्तमान में मूलनायक प्रतिमा मन्दिर के मध्य में स्थित है तथा इस प्रतिमा के परिक्रमा मार्ग के पश्चात दोनो ओर एक—एक जिनलाय बने हुये है । मूलनायक की परिक्रमा मार्ग में दो छोटे—छोटे आलय है जिनमें बहुमूल्य रत्नों की प्रतिमऐं विराजमान है । मन्दिर में संगमरमर के पत्थर का कार्य किया गया है तथा मन्दिर के अन्दर दीवारों पर कांच की सुन्दर पच्चीकारी की हुई है । मन्दिर के खुले भाग में विशाल मानस्तम्भ का निर्माण किया गया है । पूजन हेतु जमीन पर व टेबल कुर्सी की व्यवस्था है । इस प्रकार की व्यवस्था मेरे द्वारा किसी अन्य जैन मन्दिर में नहीं देखी है ।
क्षेत्र पर भगवान श्री चन्द्रप्रभु के निर्वाण दिवस मिती फाल्गुन सुदी सप्तमी एवं क्षेत्र पर प्रतिमा दर्शन सावन सुदी दशमी को उत्सव के रूप में मनाया जाता है ।
क्षेत्र द्वारा में कई लोककल्याणकारी योजना भी संचालित की जा रही है, जिनमें प्रमुख स्कूल व महाविद्यालय है ।
मूल मन्दिर के अतिरिक्त इस स्थान पर तीन अन्य मन्दिर चन्द्रगिरी वाटिका, माता पदमावती धाम व नवग्रह मन्दिर भी है।
क्षेत्र में आवास व भोजन की व्यवस्था है ।
मन्दिर में दर्शन का समय:
सुबह 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक
Shri 1008 Chandraprabha Digambar Jain Atishya Khetra, Dehra - Tijara, alwar on Google Map
कैसे पहुंचें (How To Reach)अलवर व दिल्ली से तिजारा जैन मन्दिर पहुचने के लोक परिवहन के साधन उपलब्ध है ।
सड़क: बस स्टेण्ड तिजारा 2 किमी
रेलवे स्टेशन: अलवर 55 किमी

0 comments :
Post a Comment