राजस्थान के अलवर जिले में अलवर से दिल्ली जाते समय तिजारा तहसील के ग्राम देहरा पर श्री 1008 चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मन्दिर के साथ लगती हई चन्द्रगिरी वाटीका स्थित है।
वाटिका के अन्दर पहुचते ही बडा सुन्दर बाग है जो देखते ही मनमोह लेता है । इस बाग के साथ कुछ सिढीया चढने पर खुले आकश में जैन धर्म के 8 वें तीर्थीकंर भगवान श्री चन्द्रप्रभु की 15 फुट 3 इंच उची पद्मासन प्रतिमा के दर्शन होते है । प्रतिमा के तीन तरफ जैन धर्म के चौबीस भगवनों की प्रतिमाएं है । जो दर्शनार्थी सिढीया नहीं चढ सकते उनके लिये रेम्प बनाया हुआ है । यहीं पूजा हेतु सामग्री उपलब्ध रहती है ।
भगवान श्री चन्द्रप्रभु की प्रतिमा से नीचे बाग की ओर देखने पर बडा ही सुन्दर द्रश्य नजर आता है । बाग में फवारे भी है जो कि सांयकाल रोशनी के साथ बडे ही मनमोहक नजर आते है इस वाटिका के बिलकुल पास में आधुनिक धर्मशाला है ।
चन्द्रगिरी वाटीका के अतिरिक्त इस स्थान पर तीन दो श्री 1008 चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मन्दिर, पदमावती धाम व नवग्रह मन्दिर भी है।
क्षेत्र में आवास व भोजन की व्यवस्था है ।
मन्दिर में दर्शन का समय:
चन्द्रगिरी वाटिका के दर्शन आमजन के लिये रात्रि 8.30 बजे तक खुले रहते है ।
Chandra giri vatika, Tijara, alwar on Google Map
कैसे पहुंचें (How To Reach)अलवर व दिल्ली से तिजारा जैन मन्दिर पहुचने के लोक परिवहन के साधन उपलब्ध है ।
सड़क: बस स्टेण्ड तिजारा 2 किमी
रेलवे स्टेशन: अलवर 55 किमी

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