पांडवों ने की थी इस शिवलिंग की पूजा
पाण्डेश्वर महादेव मन्दिर उत्तर प्रदेश में मेरठ जिले के नजदीक हस्तिनापुर के स्थित है। अन्य मंदिरों से यह इस वजह से अलग है, क्योंकि यह एक पुराने खंडहर में स्थित है। मान्यता के अनुसार, मन्दिर के गर्भगृह में रखा शिवलिंग कर्ण ने दान दिया था, जो पांडवों के बड़े भाई थे। माना जाता है कि पाण्डेश्वर मन्दिर का इतिहास लगभग पांच हजार वर्षों से भी अधिक पुराना है और हिन्दू धर्म ग्रंथों में भी इसका उल्लेख है।
यह मन्दिर एक छोटी पहाड़ी की चोटी पर काली माता की मूर्ति के नीचे स्थित है। यहाँ से हस्तिनापुर और नजदीकी इलाके का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है। यह हर वर्ष दो शिवरात्रियों विशाल मेला लगता है। सावन में भक्त हर दिन शिवलिंग पर पंचामृत- दूध, घी, दही, शहद, गंगाजल से स्नान कराने के बाद पूजा-अर्चना करते हैं।
मन्दिर परिसर में स्थित सैकड़ों वर्ष पुराना वट वृक्ष व शीतल जल का कुआँ भी लोकप्रिय है। मन्दिर समिति यहां अन्य इंतजामों के साथ ही भक्तों के भोजन आदि के लिए भंडारे की व्यवस्था भी करती है।
मन्दिर में दर्शन का समय: मन्दिर दिनभर भक्तों के लिए खुला रहता है।
Prachin Pandeshwar Mahadev Mandir, Hastinapur on Google Map
कैसे पहुंचें (How To Reach)सार्वजनिक बस, टैक्सी या निजी साधन से पहुंचा जा सकता है।
सड़क: दिल्ली व उत्तर प्रदेश के हर इलाके से हस्तिनापुर के लिए बस सेवा उपलब्ध है।
रेल: मेरठ रेलवे स्टेशन से 40 किलोमीटर।
एयरपोर्ट: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 135 किलोमीटर।

Very Nice piece of information...there is another temple in Andhra..
ReplyDeleteइस मंदिर में शिवलिंग पर चमत्कारी रूप से खुद ही चढ़ जाते है फूल और बेलपत्र !http://hindi.panditbooking.com/2016/03/31/liloti-nath-templeuttar-pradesh/
Very Nice piece of information...there is another temple in Andhra..
ReplyDeleteइस मंदिर में शिवलिंग पर चमत्कारी रूप से खुद ही चढ़ जाते है फूल और बेलपत्र! Lord Shiva Temple in India
पांडवो ने महाभारत के युद्ध में कौरवों पर विजयी प्राप्त कर ली थी तथा हस्तिनापुर का राजा पांडवो में ज्येष्ठ युधिष्ठर को बनाया गया था. सभी प्रजा राजा युधिस्ठर के राज में खुस थी तथा उन्हें किसी भी चीज की कमी नहीं थी.
ReplyDeleteहनुमान जी ने दिए थे भीम को अपने शरीर के तीन बाल पर क्यों ? जाने तीन बालों का रहस्य..