कानपुर में एक ऐसा भी मंदिर है, जो प्राचीन के साथ ही आधुनिक शैली का भी प्रतिचित्रण करता है। यह मंदिर इतना भव्य और सुंदर है कि भक्त इसे एकटक निहारते रहते हैं। मूल रूप से यह राधाकृष्ण को समर्पित मंदिर है, इसलिए इसे राधाकृष्ण मंदिर कहा जाता है। साथ ही इसका निर्माण जे.के. ट्रस्ट द्वारा करवाए जाने की वजह से इसे जे.के. मंदिर भी कहा जाता है। इस मंदिर में राधाकृष्ण के साथ ही श्री लक्ष्मीनारायण, श्री अर्धनारीश्वर, नर्मदेश्वर और हनुमान के भी पूजा स्थल बनाए गए हैं।
करीब पचास वर्ष पुराने इस मंदिर की छत काफी ऊंची है जिससे हवा और प्रकाश का समुचित प्रवाह रहता है। मंदिर में सुंदर नक्काशी की गई है। यह मंदिर पार्क और झील के किनारे है, जिससे यहां का वातावरण रमणीय रहता है। रात में मंदिर रोशनी से नहा जाता है और पानी में इसका प्रतिबिंब काफी आकर्षक नजर आता है।
मन्दिर में दर्शन का समय: मंदिर दिनभर दर्शनार्थ खुला रहता है। विशेष अवसरों पर समय में परिवर्तन होता है।
Radhakrishan Temple/JK Temple on Google Map
कैसे पहुंचें (How To Reach)
सड़क: कानपुर के सभी मार्गों से बस सेवा उपलब्ध है.
एयरपोर्ट: कानपुर एयरपोर्ट से 18 किलोमीटर.
लखनऊ एयरपोर्ट से 80 किलोमीटर.
टैक्सी या निजी साधन से पहुंचा जा सकता है। कानपुर के विभिन्न इलाकों, बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन से पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।

इस बात से तो सभी परिचित है की भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से एक अवतार है भगवान श्री कृष्ण तथा उनकी प्रेमिका राधा देवी लक्ष्मी की अवतार मानी जाती है. देवी पुराण को छोड़ लगभग सभी पुराणों में यही बात कही गई है.
ReplyDeleteलेकिन देवी पुराण के अनुसार इस सम्बन्ध में अनेक ऐसी बाते बताई गई है जिससे सायद ही आप परिचित हो, आज हम आपको देवी पुराण से जुडी ऐसी बातो के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें सुन आप सच में आश्चर्य में पड़ जाएंगे.
हमारे सर्वेष्ठ पवित्र गर्न्थो में से एक है देवी पुराण, यह परम् पवित्र पुराण अपने अंदर अखिल शास्त्रो के रहस्यो के समेटे हुए, आगमो में अपना पवित्र स्थान रखता है. इस पुराण में 18 , 000 श्लोक है. इस पवित्र ग्रन्थ के रचियता महृषि वेदव्यास जी है.
तो आइये जानते है देवी पुराण से जुड़े ये विचित्र बाते.
भगवान कृष्ण थे माँ काली एवम राधा थी महादेव शिव अवतार, देवी पुराण से जुडी हैरान करने वाली बाते !