मोती डूंगरी स्थित गणेश मन्दिर, जयपुर (Famous Moti Dungri Ganesh Temple in Jaipur)

जयपुर में मोती डूंगरी स्थित गणेश मन्दिर जयपुरवासियों के लिए प्रथम अराध्य है। शादी के समय पहला निमंत्रण-पत्र यहां मंदिर में चढ़ाने की परम्परा है। मान्यता है कि निमंत्रण पर गणेश उनके घर आएंगे और सारे काम शुभ करेंगे। शादी के मौसम में गणेश निमंत्रण के लिए जयपुर शहर ही नहीं, अब तो आसपास के गांवों से भी भक्त आते है। कई तो बकायदा बैण्ड-बाजे के साथ गणेश निमंत्रण के लिए आते हैं। इसी तरह नया वाहन खरीदा जाता है, तो उसे सबसे पहले मोतीडूंगरी गणेश मन्दिर में लाने की परम्परा है। नवरात्रा, रामनवमी, दशहरा, धनतेरस और दीपावली जैसे खास मुहूर्त पर वाहनों की पूजा के लिए लंबी कतारें लग जाती हैं। यह स्थान पर्यटन स्थल के रुप में भी विख्यात है। यहां रोजाना बड़ी संख्या में सैलानी दर्शन के लिए आते हैं।

इस मन्दिर का निर्माण सेठ जयराम पालीवाल ने महन्त शिवनारायण की देखरेख में कराया था। कहा जाता है कि एक बार मेवाड़ के राजा लम्बी यात्रा पर निकले हुए थे। उनके काफिले में भगवान गणेश की प्रतिमा थी। उन्होंने तय किया था जहां भी यह बैलगाड़ी रुकेगी, वहीं इसकी स्थापना कर भव्य मन्दिर का निर्माण कराया जाएगा। यह बैलगाड़ी इस स्थान पर रुक गई, जहां वर्तमान में गणेश का मन्दिर है। राजा ने मन्दिर निर्माण की जिम्मेदारी सेठ जयराम पालीवाल को सौंपी। यह मन्दिर वर्ष 1761 में बनकर तैयार हुआ। यहां गणेश की विशाल प्रतिमा है। जिस पर चांदी का मुकुट और छत्र लगा हुआ है। वर्तमान में मोतीडूंगरी गणेश मन्दिर ट्रस्ट यहां की व्यवस्थाएं देख रहा है। ट्रस्ट की ओर से अन्य सामाजिक गतिविधियां भी संचालित की जा रही हैं।

मोतीडूंगरी गणेश मन्दिर में गणेश चतुर्थी के मौके पर मेला लगता है। लाखों की संख्या में भक्त इस दिन मन्दिर पहुंचकर अपने अराध्य को पूजते हैं। इसके साथ ही यहां अन्नकूट, पोषबड़ा, जैसे आयोजन किए जाते है। फाल्गुन में फागोत्सव भी यहां देखने लायक होता है।
मन्दिर में दर्शन का समय:सुबह 5:00 बजे से दोपहर 1:30,
शाम को 4:30 से 9:30 बजे तक
रोजाना सात झांकियां होती हैं जिनका समय मौसम के हिसाब से बदलता है।

Moti Dungri Ganesh Temple on Google Map

कैसे पहुंचें (How To Reach)

सड़क: सिंधी कैम्प बस स्टेण्ड जयपुर से 3 किलोमीटर.
रेलवे स्टेशन: जयपुर जंक्शन से 3 किलोमीटर.
एयरपोर्ट: सांगानेर एयरपोर्ट, जयपुर से 13 किलोमीटर.

टैक्सी या निजी साधन से पहुंचा जा सकता है। जयपुर के विभिन्न इलाकों, बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन से पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा या टैक्सी का लाभ उठाया जा सकता है।

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